The smart Trick of upay totka That Nobody is Discussing
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चुटकी भर हींग अपने ऊपर से वार कर उत्तर दिशा में फेंक दें। प्रात:काल तीन हरी इलायची को दाएँ हाथ में रखकर “श्रीं श्रीं´´ बोलें, उसे खा लें, फिर बाहर जाए।
आर्थिक परेशानियों से मुक्ति के लिए गणपति की नियमित आराधना करें। इसके अलावा श्वेत गुजा (चिरमी) को एक शीशी में गंगाजल में डाल कर प्रतिदिन श्री सूक्त का पाठ करें। बुधवार को विशेष रूप से प्रसाद चढ़ाकर पूजा करें।
सोमवार के दिन प्रदोष काल में शिवलिंग पर अक्षत, सफेद चंदन, धतूरा, दूध, आक, गंगाजल और कच्चे चावल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करें और फिर चावल मे मिल तिल को दान कर दें। इसके बाद महामृत्युंजय मंत्र का जप और शिव रक्षा स्तोत्र का पाठ करें। ऐसा करने से आसपास सकारात्मक ऊर्जा का संचार बना रहेगा और जीवन में धन धान्य की वृद्धि होगी।
वाहन से जुडे मामलों में भी यह उपायलाभकारी रहते है.
In the event your husband gets often angry on young children, wife, neighbors, and servants on compact matters do the following totkas-go ahead and take seeds of dried purple chilly (the number of seeds should be equivalent to of one's husband’s age).
बहते पानी में रेवड़ियां और बताशे बहा दें.
अगर पर्याप्त धर्नाजन के पश्चात् भी धन संचय नहीं हो रहा हो, तो काले कुत्ते को प्रत्येक शनिवार को कड़वे तेल (सरसों के तेल) से चुपड़ी रोटी खिलाएँ।
लाल किताब के अनुसार, रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करने से जातक को पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा अमावस्या और पूर्णिमा पर गुड़ और घी को गाय के गोबर से बने उपले में रखकर जलाएं। माना जाता है कि इस टोटके को करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
बहुत से लोग खुद को बंधा-बंधा महसूस करते हैं। कुछ लोग किसी के दाबव में रहते हैं और कुछ किसी के प्रभाव में। कुछ लोगों को ऐसा लगता है कि इतना कर्म करने के बाद भी कोई परिणाम नहीं मिल रहा है। उन्हें ऐसा लगता है कि जैसे किसी ने प्रगति को बांध रखा है।
उड़द की दाल के चार दाने शनिवार को प्रात:काल सिर से तीन बार उलटा घुमाकर कौओं को खिला दें। ऐसा लगातार सात शनिवार करने पर शनिदोष दूर हो जाएगा। उड़द का दान करने से भी शनिदोष कम होता है।
सोते समय सिर पूर्व दिशा की ओर रखना चाहिए. दक्षिण की ओर सिर करके न सोएं.
एक काला रेशमी डोरा लें “ऊं नमोः भगवते वासुदेवाय नमः” का जाप करते हुए उस डोरे में थोडी थोडी दूरी पर सात गांठें लगायें। उस डोरे को बच्चे के गले या कमर में बांध दें।
शुक्र के अशुभ गोचर की अवधि या फिर शुक्र की दशा में इस श्लोक का पाठ प्रतिदिन या फिर शुक्रवार के दिन करने पर इस समय के अशुभ फलों में कमी होने की संभावना बनती है. मुंह के अशुद्ध होने पर मंत्र का जाप नहीं करना चाहिए.
पीपल के वृक्ष की जड़ में तेल का दीपक जला दें। फिर वापस घर आ जाएँ एवं पीछे मुड़कर read more न देखें। धन लाभ होगा।